छपरा, मार्च 23 -- दाउदपुर(मांझी)। अंग्रेजी साम्राज्य को हिला देने वाले शहीदे आजम भगत सिंह समतामूलक समाज की स्थापना हेतु क्रांति की जलती हुई मशाल थे। दुःख की बात है कि उनके सपनों का भारत आज भी नही बन सका है। उक्त बाते बिहार राज्य जनवादी सांस्कृतिक मोर्चा विकल्प एवं भगत सिंह स्मारक समिति के संयुक्त तत्वावधान मे कोहड़ा भगत सिंह स्मारक स्थल पर आयोजित शहादत दिवस समारोह में बोलते हुए समाजवादी चिंतक कैलाश पंडित ने कही। उद्घाटन करते हुए राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के सारण जिलाध्यक्ष डॉ राजेश यादव ने कहा कि आज के युवाओ को भगत सिंह क सिद्धांतो पर चलने की जरूरत है। शुरुआत शहीदे आजम भगत सिंह की स्थापित मूर्ति पर माल्यार्पण व शहीद गीत से हुआ। लोकगायक रामेश्वर गोप ने कई जनगीतों की प्रस्तुति की। कार्यक्रम की अध्यक्षता भगत सिंह स्मारक समिति कोहड़ा के सं...