संभल, मई 26 -- देश पर जान कुर्बान करने वाले शहीद को अब तक सम्मान नहीं मिल पाया है। नखासा थाना क्षेत्र के गांव पंसुखा मिलक निवासी सुधीश कुमार ने अक्टूबर 2016 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहादत दी थी, लेकिन उनकी शहादत के बाद जो वादे किए गए, वे आज तक सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं। शहादत के वक्त शहीद की पत्नी कविता की गोद में तीन महीने की बेटी थी। तत्कालीन राज्य सरकार ने ऐलान किया था कि गांव में शहीद की स्मृति में राजकीय इंटर कॉलेज स्थापित किया जाएगा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। गांव में इंटर कॉलेज के लिए भूमि का प्रस्ताव भी पारित हो गया था। 2017 में सत्ता परिवर्तन के बाद, शहीद के भाई सुधीर कटारिया और अन्य परिजनों को मुरादाबाद में तत्कालीन सांसद सतपाल सैनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाया था। सीए...