गया, सितम्बर 29 -- दुर्गा पूजा के मौके पर शहर के अलग-अलग पांच स्थानों पर ब्रिटिश काल से धूमधाम से मां देवी की प्रतिमा विराजमान कर पूजा-अर्चना की जा रही है। पहली बार इन स्थानों पर लाइसेंस के साथ 1862 में प्रतिमा स्थापित की गई थी। ब्रिटिश काल से शुरू हुई परंपरा वर्षों बाद भी जिला प्रशासन के लाइसेंस से मूर्तियां स्थापित की जा रही हैं। अब पांच की जगह तीन मां देवी की प्रतिमा विराजमन कर पूजा-अर्चना की जा रही है। स्थापित की जाने वाली पांच में तीन मूर्तियां मंदिर में स्थापित होती आई हैं। दो पूजा पंडालों में। नई गोदाम, झीलगंज, तुतबाड़ी देवी स्थान, जीबी रोड गोलपत्थर के पास और दु:खहरिणी मंदिर द्वार के पास मां की प्रतिमाएं स्थापित होती हैं। दुर्गा पूजा की दशमी के दिन पांचों स्थान की प्रतिमाएं विसर्जित की जाती हैं। सुरक्षा के बीच वर्षों के निर्धारित मा...
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