बगहा, जून 1 -- पश्चिमी चंपारण जिले में निजी के बाद सर्वाधिक जमीन बेतिया राज की है। अब सरकार ने इसे अपने कब्जे में ले लिया है। हालांकि, इसके बावजूद बेतिया शहर के लोगों की समस्याएं जस की तस है। बेतिया में यदि कोई उद्योग लगाना चाहे, किसी विशेष चीज की खेती करना चाहे या कोई काम करें तो जमीन की कमी राह में सबसे बड़ी बाधा बनती है। यदि यहां प्रशिक्षण केंद्र, टेक्निकल इंस्टीट्यूट, संग्रहालय, पार्क अथवा पार्किंग जोन बनाया जाय तो लोगों के लिए रोजगार के साथ उद्योग के अवसर बढ़ेंगे। लोगों का कहना है कि बेतिया राज की सैकड़ों एकड़ अतिक्रमित जमीन सरकार द्वारा वापस ली जा रही है। ऐसे में जिले की इस जमीन के कुछ अंश का उपयोग उनके भविष्य को सुधारने के लिए भी किया जाए। सरकार इस जमीन पर कारखाना लगाये, जहां लोगों को रोजगार मिल सके। युवा भावेश कुमार, आशीष साहू,आदि...