बगहा, अप्रैल 8 -- बेतिया शहर के 1500 से अधिक पान दुकानदारों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। पहले के मुकाबले आमदनी कम होने से उनके परिवार का जीविकोपार्जन संकट में है। कई दुकानदारों ने रोजगार का दूसरा विकल्प तलाश लिया है तो कई उस रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। दुकानदारों की पीड़ा है कि गुटखा के प्रचलन ने पान की मांग कम कर दी है। हालांकि, कई तरह के गुटखे प्रतिबंधित हैं, इसके बावजूद ये मार्केट में धड़ल्ले से बिक रहे हैं। पुलिस या प्रशासन इसपर कार्रवाई नहीं करता है। दुकानदारों ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या पान के पत्तों को सुरक्षित बचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। पान के हरे पत्तों के रखरखाव में सावधानी बरतनी पड़ती है। पानी अधिक या फिर कम होने पर पत्ते गलने लगते हैं। इससे कई बार पान के पत्ते पूरी तरह खराब हो जाते हैं। इससे आर्थिक रूप से नुकसान उठा...
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