औरंगाबाद, अप्रैल 19 -- वातावरण का तापमान लगातार बढ़ रहा है। पेयजल का संकट गहराने लगा है। इसका असर मानव समेत पशु-पक्षियों पर भी हो रहा है। पानी की किल्लत के बीच आवारा पशुओं को कहीं पानी नहीं मिल रहा है। पशु प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। आवारा पशु सड़क किनारे के किसी नल से गिर रहे पानी की धार में मुंह लगाकर अपने प्यास बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। अन्य मौसम में तो इनकी प्यास प्रकृति भरोसे बुझती है। जल स्रोत सूख गए हैं। इन्हें कहीं पानी नहीं मिल रहा है। गत दिनों आपदा प्रबंधन की बैठक में डीएम ने ऐसे पशुओ एवं पक्षियों के प्यास बुझाने के लिए आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद कहीं कोई व्यवस्था नहीं देखी जा रही है। पानी के अभाव में आवारा पशु छटपटा रहे हैं। इस संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ श्याम किशोर ने बताया कि पशुओं...
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