छपरा, जून 22 -- छपरा, हमारे प्रतिनिधि। भोजपुरी के शेक्सपियर पद्मश्री भिखारी ठाकुर व पूरबी धुन के जनक पंडित महेंद्र मिश्र, लोक गायक संत राज सिंह रागेश जैसी महान विभूतियों की धरती छपरा में इन दिनों सांस्कृतिक सन्नाटा छाया हुआ है। कलाकारों को स्थानीय स्तर से लेकर जिला प्रशासन के स्तर तक प्रोत्साहन नहीं मिल रहा, इसका उन्हें मलाल है। सोनपुर के सांस्कृतिक मंच के अलावा महेंद्र मिश्र जयंती समारोह और गोदना सेमरिया मेला के सांस्कृतिक मंच को छोड़ दें तो स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का कोई बड़ा अवसर नहीं मिल पाता। निजी स्तर पर होने वाले आयोजनों में कलाकारों की सहभागिता कभी-कभी दिखाई देती है। प्रशासन के स्तर पर राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं उनमें भी कुछ एक चुनिंदा स्कूलों के बच्चे व कुछ कलाकार भाग ले पाते है...