फरीदाबाद, जून 21 -- फरीदबाद। शहर की अंदरूनी सड़कों पर स्कूल और अस्पतालों के सामने स्पीड ब्रेकर और साइन बोर्ड की संख्या कम है। इस हादसे का खतरा बना रहता है। ट्रैफिक पुलिस भी कई बार पत्राचार करती है, लेकिन संबंधित विभाग सड़क सुरक्षा के लिए बनाए गए मानक आधारित स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक चिन्ह वाले साइन बोर्ड लगवाने में लापरवाही बरतते हैं। शहर में 1500 से ज्यादा सरकारी और निजी स्कूल हैं। वहीं 200 से ज्यादा नर्सिंग होम और अस्पताल हैं। स्कूल और अस्पतालों के सामने तेज रफ्तार वाहनों की रफ्तार को धीमा करने के लिए स्पीड ब्रेकर का होना जरूरी है। वहीं स्पीड ब्रेकर की जानकारी देने के लिए अंधेरे में वाहनों की लाइट पड़ने से चमकने वाले साइन बोर्ड और नो-हॉर्न जोन आदि ट्रैफिक चिन्ह वाले साइन बोर्ड भी जरूरी हैं। लेकिन, कुछ स्थानों को छोड़ दें तो शहर में मानक आधारि...