नई दिल्ली, जून 26 -- संजय चड्ढा, पूर्व अतिरिक्त सचिव, भारत सरकार बढ़ती शहरी आबादी को बसाने के लिए शहरों का जितना विस्तार हो रहा है, उसी अनुपात में बुनियादी ढांचा खड़ा करने की मशक्कत भी करनी पड़ रही है। इस जन-दबाव से निपटने के लिए आम तौर पर अधिक से अधिक सड़कों का निर्माण, उनका चौड़ीकरण और फ्लाईओवर बनाने की नीति अपनाई जाती है। हालांकि, यह नीति उतनी कारगर नहीं साबित हो रही। लिहाजा राज्यों में अब मौजूदा बुनियादी ढांचे को ही बेहतर बनाकर अधिक टिकाऊ विकल्प की तलाश शुरू हो गई है। यदि इस दिशा में सही से काम हुआ, तो आशाजनक प्रगति हो सकती है। इस साल की शुरुआत में महाराष्ट्र ने वाहनों को अधिक उपयोगी बनाने के इरादे से कार व बाइक पूलिंग नीति को मंजूरी दी, ताकि सड़क पर वाहनों की संख्या में कमी आए। दिल्ली में इंडिया गेट के आसपास भी वाहनों की भीड़भाड़ को ...