हमीरपुर, जून 29 -- यमुना नदी के बंद पुल से सदर विधायक की फर्राटा भरती कार और स्ट्रेचर पर मां का शव लेकर एक किमी की दूरी पैदल तय करने वाले बेटों की खबर पर विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हो गए। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सपा और कांग्रेस दोनों ने ही सरकार की जमकर खिंचाई की। प्रशासन भी इस मामले में बैकफुट पर नजर आया। बाद में डीएम के सख्त तेवर दिखाते हुए कार्रवाई की। डीएम ने कार्यदायी संस्था पीएनसी ने इस प्रकरण में सहायक रूट पेट्रोलिंग अफसर को तत्काल प्रभाव से हमीरपुर से हटाकर लखनऊ कार्यालय से संबद्ध कर दिया। उधर, विधायक ने भी इस प्रकरण को लेकर अपनी सफाई दी और इसे छवि धूमिल करने का प्रयास बताया।विधायक ने जताई शोक संवेदना रविवार को सदर विधायक ने पुल से खुद की गाड़ी निकालने पर कस्बे के बांकी मार्ग स्थित आवास में पत्रकार वार्ता करके अपना पक्ष रखा। उन्ह...