गाज़ियाबाद, मार्च 24 -- गाजियाबाद, संवाददाता। आईएमए यूपी स्टेट के सचिव डा. आशीष अग्रवाल ने कहा कि शरीर में केवल फेफड़ों में ही नहीं, बल्कि सिर से लेकर पैर तक किसी भी हिस्से में टीबी की बीमारी हो सकती है। इसका मरीज को जांच के बाद पता चलता है। टीबी के इलाज में लापरवाही की वजह से विश्व में तीसरे मरीज की मौत हो रही है। आईएमए भवन में सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पिछले दिनों 100 दिन का रोगी खोज अभियान चलाया गया था। जिसमें 7,97,869 संदिग्धों की स्क्रीनिंग की गई। उनमें से 6242 मरीजों को चिन्हित किया गया। फिलहाल जिले में करीब 15 हजार मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें 650 एमडीआर मरीज हैं। टीबी के इलाज में सबसे जरूरी है रोगी की पहचान और उसका इलाज। 95 प्रति...