अयोध्या, मार्च 9 -- अयोध्या, संवाददाता। घरेलू हिंसा का बड़ा कारण नशा करना सामने आया है। जिला अस्पताल में मनोपरामर्श लेने आने वाले 70 प्रतिशत परिवारों ने अपने बीच नशे के दौरान मारपीट होने की जानकारी दी है। इसमें सबसे ज्यादा शराब का नशा शामिल है। दस से 16 हफ्ते इलाज के बाद इसमें परिवर्तन दिखाई देने लगता है। जिला अस्पताल के मनोपरामर्शदाता डा. आलोक मनदर्शन ने बताया कि शुरुआती नशा करने वाले उतने हिंसक नहीं होते है। लेकिन छह से सात महीनें बीतने के बाद उनके भीतर हिंसक प्रवृत्ति हावी होने लगती है। इसमें पारिवारिक के साथ यौन हिंसा भी शामिल रहती है। नशा उतरने के बाद इन्हें अपनी गल्ती का अहसास होता है। लेकिन दोबारा नशा करने के बाद पुनः वह हिंसक हो जाते है। घरेलू हिंसा का सबसे प्रमुख कारण पुरुष सदस्य के नशा करना सामने निकल कर आया है। शराब न मिलने पर भ...