प्रशांत मिश्र, दिसम्बर 20 -- Sharad Sankranti: उत्तरी गोलार्ध में 21 दिसंबर को वर्ष की सबसे लंबी रात पड़ेगी। इस दिन शीतकालीन संक्रांति के कारण दिन की अवधि सबसे कम और रात सबसे अधिक होगी। वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला तारामंडल, गोरखपुर के खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस खगोलीय घटना के चलते भारत में दिन लगभग 10 घंटे 26 मिनट का होगा और रात 13 घंटे 34 मिनट की रात होगी। इसके बाद उत्तरी गोलार्ध में लंबे दिन और छोटी रात होने की शुरुआत हो जाएगी। इसे विंटर सोलस्टिस के अलावा शरद संक्रांति, दिसंबर संक्रांति व शीत अयनांत या हिंदी में 'सूर्य का स्थिर होना' भी कहते हैं। उन्होंने बताया कि ऋतुएं पृथ्वी की सूर्य से दूरी के अनुसार नहीं बदलतीं, बल्कि पृथ्वी के सूर्य की ओर और सूर्य से दूर झुकाव के कारण बदलती हैं। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.