वृंदावन, अक्टूबर 5 -- ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शरद पूर्णिमा पर भक्तों को परंपरानुसार ही दर्शन होगें। शनिवार को मंदिर के सेवाधिकारी ने स्पष्ट कहा है कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश के अनुरूप गर्भगृह से श्रृंगार भोग के दर्शन होंगे, किसी भी सूरत में पिछले वर्ष जैसी अव्यवस्था दोहराई नहीं जाएगी।पत्रकारों से वार्ता करते हुए सेवाधिकारी गौरव गोस्वामी ने कहा कि शरद पूर्णिमा 6 अक्तूबर को इस वर्ष ठाकुरजी के दर्शन सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार ही कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि शरद पूर्णिमा के दिन श्रृंगार सेवा भोग के दौरान ठाकुरजी के दर्शन गर्भगृह से होते हैं, जबकि शाम के शयन भोग में ठाकुरजी को जगमोहन में विराजित कर भक्तों को दर्शन कराए जाते हैं। गौरव गोस्वामी ने कहा कि परंपरा में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि...