नई दिल्ली, अक्टूबर 6 -- शरद पूर्णिमा का पर्व हर साल अश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। यह दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे 'कोजागरी पूर्णिमा' या 'रास पूर्णिमा' भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी रात को पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं और जो भी जागरण कर उनकी भक्ति करता है, उस पर कृपा बरसती है। इस साल शरद पूर्णिमा आज यानी 6 अक्टूबर को है। इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं के साथ उदित होता है। कहा जाता है कि शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की रोशनी में औषधीय गुण होते हैं। शरद पूर्णिमा की धार्मिक मान्यता- पुराणों के अनुसार, शरद पूर्णिमा की रात भगवान श्रीकृष्ण ने वृंदावन की गोपियों के साथ महारास रचाया था। यह रात प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिकता का प्रतीक मानी जाती है। वहीं दूसरी ओर मां लक्ष्मी इस...