शामली, अक्टूबर 7 -- शामली। शहर के सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शरद पूर्णिमा एवं महर्षि वाल्मीकि प्रकटोत्सव की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार व बालिकाओं ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र के समक्ष पुष्पार्चन किया। तत्पश्चात सर्व व्यवस्था प्रमुख संजीव कुमार ने बालिकाओं को महर्षि वाल्मीकि के जीवन से परिचित कराते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि संस्कृत के प्रथम कवि थे। उन्होंने स्वरचित संस्कृत महाकाव्य रामायण के द्वारा मनुष्य को धर्म आदर्श और सच्चाई के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार ने कहा कि इस दिन चंद्रमा अपने पूर्ण रूप में 16 कलाओं के साथ होता है जिसकी तरंगे बहुत सी व्याधियों से मुक्त करती है। इस दिन मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं और खीर बनाकर चंद्रमा की रोशन...