जयपुर, मई 26 -- रिश्वतखोरी के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे बंद विधायक जयकृष्ण पटेल की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उनके खिलाफ एक और बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जो न केवल जनता के विश्वास के साथ छल है, बल्कि सरकारी योजनाओं की नींव को भी झकझोर देने वाला है। पटेल पर आरोप है कि वर्ष 2018 में उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत Rs.1.20 लाख की सरकारी सहायता राशि हासिल की, वह भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए। दिलचस्प बात यह है कि आवेदन में उन्होंने राशन कार्ड में खुद को विवाहित दिखाया और 'कल्पना' नामक महिला को पत्नी बताया। लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव और 2024 के उपचुनाव में दाखिल शपथ पत्रों में खुद को अविवाहित बताया। यानि सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए झूठ का सहारा लिया गया। इतना ही नहीं, पटेल ने जो मकान इस योजना के तहत दिखाया, व...