नई दिल्ली, नवम्बर 21 -- 22 नवंबर को शनिवार है। इस दिन हनुमान जी और शनिदेव की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि शनि न्यायधीश हैं, लेकिन जिन पर इनकी दृष्टि पड़ती है, उसका विनाश निश्चित है। इसके पीछे इनकी पत्नी का श्राप है। तभी से शनिदेव हमेशा नीची दृष्टि करके रहते हैं। शनिदेव के बुरे प्रभावों से अगर आपको बचना है, तो आपको इन देवों की पूजा करनी चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग इनकी पूजा करते हैं, उनको शनिदेव परेशान नहीं करते हैं। इसके अलावा यहां पढ़ें शनिवार के उपाय, दान और मंत्रशनिदेव को क्या मिला था श्राप भगवान शनि भगवान्‌ सूर्य तथा छाया ( संवर्णा )के पुत्र हैं। ये क्रूर ग्रह माने जाते हैं। इनकी दृष्टि का कारण इनकी पत्नी का श्राप है। कहा जाता है कि शनि देवता भगवान्‌ श्रीकृष्णके भक्त थे। वे श्रीकृष्ण की भक्ति में हमेशा मग्न रहते थे। युवा ह...