फरीदाबाद, जुलाई 6 -- फरीदाबाद। सरकारी स्कूलों के छात्र अब शतरंज खेलते दिखाई देंगे। एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) ने शतरंज को पाठ्यक्रम में शामिल किया है। यह प्रत्येक शनिवार को खेला जाएगा। जिले में इसकी शुरुआत शनिवार से कर दी गई है। शतरंज से छात्रों का बौद्धिक विकास और शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर करना है। वह किसी भी विषय के बारे में गहनता से विचार कर सकेंगे और अपने फैसले ले सकेंगे। सरकारी स्कूलों के छात्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती, लेकिन उन्हें अनुकूल माहौल नहीं मिल पाता। इसके चलते कई बार प्रतिभा होते हुए पिछड़ जाते है। वह फैसला लेने में संकोची होते हैं। वह अपने फैसले के लिए दूसरों जैसे अपने परिजनों, गुरुजनों व अन्य पर निर्भर रहते हैं। दूसरों पर निर्भरता समाप्त करने और फैसले लेने के लिए आत्मनिर्भर बनाने के ...