अयोध्या, मई 11 -- अयोध्या, संवाददाता। इस समय शक की बीमारी दाम्पत्य जीवन को खराब कर रही है। परिवार के टूटने का सबसे बड़ा कारण शक बताया जा रहा है। जिला अस्पताल के मनोपरामर्शदाता आलोक मनदर्शन के पास इलाज के लिए आने वाले 70 प्रतिशत दम्पत्ति को शक की बीमारी रहती है। जिससे उनका परिवार लगभग टूटने के कगार पर रहता है, लेकिन इलाज के बाद उन्हें अपनी गल्ती होने का अहसास होता है। जिला अस्पताल के मनोपरामर्शदाता डा. आलोक मनदर्शन ने बताया कि कई बार पति व पत्नी में एक व कई बार दोनो को शक की बीमारी रहती है। जिससे उनके घर में लगातार गृहक्लेश रहता है। पति अपनी पत्नी के चरित्र व पत्नी अपने पति के चरित्र पर शक करती है। जिसका कोई आधार नहीं होता है। लेकिन शक करने वाला अपनी शक को हर हाल में सही बताता है। उसको कितना भी समझाने का प्रयास किया जाय, तब भी वह अपने शक के...