मुंगेर, अगस्त 19 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान संवाददाता। पादुका दर्शन संन्यास पीठ में चल रहे चातुर्मास अनुष्ठान के अंतर्गत सोमवार को श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा वाचन करते हुए स्वामी गोविंद देव गिरिराज महाराज ने कहा कि श्रीमद् देवी भागवत कोई सांप्रदायिक ग्रंथ नहीं, बल्कि रहस्यमयी आध्यात्मिक धरोहर है। उन्होंने कहा कि शक्ति की उपासना हर मनुष्य के जीवन के लिए अनिवार्य है। शक्ति के बिना जीवन कभी भी पूर्ण नहीं हो सकता। प्रत्येक मनुष्य को भोग और मोक्ष दोनों की कामना होती है और यह दोनों ही देवी की आराधना से सहजता से प्राप्त हो जाते हैं। स्वामीजी ने स्पष्ट किया कि जब हम निष्ठा और श्रद्धा के साथ मां की प्रार्थना करते हैं, तो वह हमारी पुकार अवश्य स्वीकार करती हैं और अपने भक्तों को कभी भी अभावग्रस्त नहीं होने देतीं। कथा के दौरान स्वामीजी ने ...