लखनऊ, नवम्बर 22 -- केजीएमयू -ट्रॉमा सेंटर और ओपीडी में लगे हैं स्ट्रेचर के ढेर, लारी में संकट -सहायक उपकरण न मिलने से गोद में उठाकर ढोए जा रहे मरीज लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। कहीं कूड़े की तरह स्ट्रेचर पड़े हैं तो कहीं खोजे नहीं मिल रहे। यह हाल है केजीएमयू का। यहां स्ट्रेचर और व्हीलचेयर के वितरण की व्यवस्था ध्वस्त है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी में बीते दिनों दिव्यांग मरीज को व्हीलचेयर या स्ट्रेचर मुहैया नहीं कराया गया था। तीमारदार मरीज को गोद में उठाकर इमरजेंसी से ओपीडी तक लेकर जाने को मजबूर हुए। कर्मचारियों का कहना है कि यहां गिने-चुने स्ट्रेचर और व्हीलचेयर हैं। जंग खा रहे व्हीलचेयर-स्ट्रेचर केजीएमयू में सालाना बजट करीब 1843 करोड़ रुपये है। इसके अलावा तमाम एनजीओ भी स्ट्रेचर और व्हीलचेयर द...