नई दिल्ली, अगस्त 25 -- दिव्यांग और गंभीर बीमार लोगों का महाक उड़ाने के लिए 'इंडियाज गॉट लेटेंट के प्रस्तोता समेत पांच सोशल मीडिया इंफ्लुएसर्स मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इन्फ्लुएंसर्स को विभिन्न समुदायों से संबंधित हास्य पैदा करने वाली टिप्पणी करते समय अधिक सतर्क रहना चाहिए, खासकर जब यह समाज में हाशिये पर रहने वाले समुदायों से संबंधित हो। जस्टिस जॉयमाल्या बागची ने कहा कि सोशल मीडिया मंच का अधिकांश हिस्सा आपके अपने अहंकार को पोषित करने की तरह उपयोग किया जाता है। यह आपको ही पोषित करता है और जब आप बहुत बड़े हो जाते हैं और आपके बहुत सारे फॉलोअर्स हो जाते हैं। यह केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है। यह विशुद्ध रूप से कारोबार है। सुप्रीम कोर्ट ने अमीश देवगन मामले में पारित फैसले का हवाला देते हुए कहा कि विभिन्न प्रकार के ...