बलिया, जून 24 -- बलिया। आधुनिक जीवन शैली और जंक फूड युवाओं में मधुमेह का खतरा बढ़ा रहा हैं। चिकित्सकों का कहना है कि पहले यह बीमारी आमतौर पर 40 वर्ष के बाद के उम्र वाले लोगों में देखने को मिल रही थी परंतु समय के साथ बदलती जीवनशैली व जंकफूड ने इस बीमारी का दायरा कई गुना बढ़ा दिया है। राजकीय आयुर्वेद अस्पताल में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. सुभाष यादव ने बताया कि अस्पताल में 30 से 40 वर्ष के युवा व कभी कभी तो किशोर भी मधुमेह से पीड़ित उपचार कराने आते हैं। इसका मूल कारण शारीरिक श्रम न करना तथा तनावपूर्ण जीवनशैली है। डॉ. यादव ने बताया कि युवाओं में पहले टाइप वन डायबिटीज के मामले मिलते थे। लेकिन बदलते दिनचर्या व खानपान में बदलाव के चलते अब टाइप टू मरीज भी देखने को मिल रहे है। रोज करीब आधा दर्जन से अधिक मधुमेह के मरीज सोनबरसा हॉस्पिटल में पहुंच रहे है...