चेन्नई, सितम्बर 25 -- हाल ही में मद्रास हाईकोर्ट की ओर से कराई गई एक उच्च-स्तरीय जांच में यह साबित हुआ है कि कांजीपुरम के प्रिंसिपल जिला एवं सत्र न्यायाधीश पा. यू. चेम्मल ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए व्यक्तिगत रंजिश के चलते एक डीएसपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जस्टिस एन. सतीश कुमार ने मंगलवार को जांच रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट रजिस्ट्री को आदेश दिया कि इसे विजिलेंस कमेटी (वरिष्ठ न्यायाधीशों का पैनल) के समक्ष अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए रखा जाए। साथ ही, मामले को ट्रांसफर कमेटी को भी भेजा जाए ताकि तत्काल प्रभाव से न्यायाधीश का कांजीपुरम से हटाया जाए।पूरा विवाद बहुत दिलचस्प है मामला इसी साल जुलाई का है। वलजाबाद स्थित एक बेकरी में अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले ग्राहक मुरुगन और बेकरी मालिक शिवकुमार के बीच बासी केक को ले...