अयोध्या, मार्च 23 -- अयोध्या। टाइमलेस लिट्रेचर एंड आर्ट फेस्टिवल के दूसरे दिन पहला सत्र स्वाद-परिधान और कथाएं शीर्षक से विशेषज्ञों के बीच विमर्श का सिलसिला शुरू हुआ। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार देवांशी सेठ ने डिजाइनर मनीष सक्सेना व मास्टर शेफ पंकज भदौरिया के अलावा बालीवुड नृत्यांगना मंजरी चतुर्वेदी के साथ संयुक्त बातचीत की। उन्होंने सवाल किया कि भारतीय व्यंजनो के अलावा कला व हस्त शिल्प में संस्कृति की झलक का ताना-बाना तैयार करने के पीछे किस तरह कहानियों को पिरोया जाता है। इसका जवाब देते हुए डिजाइनर मनीष ने कहा कि भारत के संदर्भ में सांस्कृतिक विविधता की गहराई को जानने समझने के लिए अलग-अलग परिवेश और उस परिवेश की विशेषताओं पर खास नजर पड़ती है। हस्त शिल्प में यह विविधता बहुत बारीक है और अपने साथ यह लंबी परम्परा को लेकर आगे बढ़ती है। यही परम्परा ...
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