मुजफ्फरपुर, दिसम्बर 22 -- मुजफ्फरपुर। बीआरएबीयू के 42 अंगीभूत कॉलेजों में काम करने वाले दो सौ वोकेशनल कोर्स के कर्मचारी कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय और कॉलेजों के सारे कार्य करने के बाद भी उन्हें विश्वविद्यालय और कॉलेज का कर्मचारी नहीं माना जाता है। बाकी कर्मचारियों की तरह उन्हें वेतन नहीं मिलता, बल्कि मानदेय दिया जाता है। दो दशक से अधिक से काम करने के बाद भी उनकी सेवा का सामंजन विश्वविद्यालय प्रशासन ने नहीं किया। सेवा नियमितीकरण के लिए वोकेशनल कोर्स के कर्मचारियों ने हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन अभी मामला अटका हुआ है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बीआरएबीयू को अपना पक्ष वहां रखना है। वोकेशनल कोर्स के कर्मचारी हाईकोर्ट से न्याय मिलने के प्रति पूरी तरह आशान्वित हैं। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (बी...