जमशेदपुर, अगस्त 4 -- भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित कजरी तीज का व्रत 12 अगस्त को रखा जाएगा। इसी दिन संकष्टी चतुर्थी भी मनाई जाएगी। कजरी तीज पर सुहागिन महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि, पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए व्रत रखती हैं। इस दिन महिलाएं निर्जला उपवास रखकर विधिपूर्वक शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। सुहागिनें सोलह शृंगार कर गौरी-शंकर की पूजा करती हैं, जबकि कुंवारी कन्याएं अच्छा वर पाने की कामना से यह व्रत करती हैं। यह व्रत करवा चौथ की तरह शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर खोला जाता है। कजरी तीज को कजली तीज, बड़ी तीज, बूढ़ी तीज और सतूरी तीज के नाम से भी जाना जाता है। पूजा मुहूर्त पंडित संतोष त्रिपाठी के अनुसार, कजरी तीज की तिथि 11 अगस्त को सुबह 10.33 बजे से प्रारंभ होकर 12 अगस्त को सुबह 8.40 बजे समाप्...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.