मेरठ, मार्च 10 -- मेरठ। संवाददाता आर्य समाज थापरनगर में रविवार को 'वैदिक शिक्षा पद्धति ही श्रेष्ठ क्यों विषय पर सत्संग का आयोजन किया गया। थापर नगर आर्य समाज के प्रधान राजेश सेठी ने कहा कि वर्तमान में विद्यार्थियों को शिक्षा देने का उद्देश्य उन्हें जीविका उपार्जन और व्यवसाय के लिए तैयार करना होता है। वैदिक शिक्षा पद्धति में शिक्षा का उद्देश्य बालक का सर्वांगीण विकास करना है, जिससे वह समाज की उन्नति, राष्ट्र रक्षा और उसे पारिवारिक दायित्वों के निर्वहन योग्य बनता है। वैदिक काल में बालक गुरुकुलों के श्रेष्ठ प्राकृतिक और आध्यात्मिक वातावरण में अपनी पारिवारिक समस्याओं से दूर गुरु के सानिध्य में शिक्षा प्राप्त करता था। इस प्रकार एक आदर्श चरित्रवान युवा का निर्माण होता था। वर्तमान में भी जो ब्रह्मचारी वैदिक गुरुकुल से शिक्षा ग्रहण करके परिवार में...