गया, अप्रैल 3 -- कुपोषण उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत अंगीकृत आमस के मसुरीवार गांव में गुरुवार को गरमा सब्ज़ी पोषण वाटिका किट किसानों के बीच वितरण किया गया। इसमें ट्राइकोडर्मा फफूंदनाशी और जैविक खाद उत्पादक सामग्री महिला पुरुष किसानों को उपलब्ध कराई गई। आमस कृषि विज्ञान केंद्र के पादप रोग वैज्ञानिक डॉ. पंकज तिवारी ट्राइकोडर्मा के प्रमुख लाभों के बारे में विस्तार से बताया। यह मिट्टी से पोषक तत्व ग्रहण कर पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है। पौधों को सूखा, गर्मी जैसे तनाव का विरोध करने में मदद करता है। पोषण वाटिका जो ताजा, पोषक तत्वों से भरपूर उपज का एक स्थायी भंडार उपलब्ध कराती हैं, जो आहार विविधता और बेहतर पोषण कल्याण में योगदान देती हैं। कार्यक्रम में प्रभात कुमार चितरंजन सिंह, अखिलेश दास, मुसाफ़िर दास समेत कई दर्जन महिला-पुरुष किसान मौजूद रहे...