जहानाबाद, अगस्त 14 -- 9 अगस्त 1942 को इंकलाबियों का हुजूम ने अरवल जिला के कुर्था थाने पर कब्ज़ा कर तिरंगा लहराया था। जनवरी 1932 में वैजुल हक को जहानाबाद में गिरफ्तार कर जहानाबाद से पटना के कैम्प जेल में शिफ्ट किया गया कुर्था, निज संवाददाता। गांधी जी की अगुवाई में युसुफ़ जाफर मेहर अली ने अंग्रेज़ों भारत छोड़ो का नारा दिया था तब पूरे हिन्दुस्तान में इंकलाब की लहर दौड़ पड़ी थी। इसका असर मुम्बई जैसे बड़े शहर से निकल कर बिहार के मेदनीपुर बड़हिया जैसे गांव पर भी पड़ा। 9 अगस्त 1942 को इंकलाबियों का हुजूम ने अरवल जिला के कुर्था थाने पर कब्ज़ा कर तिरंगा लहराया था। थाने पर कब्जा देख अंग्रेज़ हुकूमत पूरी तरह बौखला गए और गोली चलाने का हुक्म दे दिया था। जिसमें इ़ंकलाबियों का नेतृत्व कर रहे शहीद श्याम बिहारी बेनीपुरी के साथ रहे मेदनीपुर बड़हिया के लाल मलिक वैज...