सिद्धार्थ, अक्टूबर 16 -- सिद्धार्थनगर, हिन्दुस्तान टीम । सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के स्थापना समारोह के अवसर पर आयोजित सिद्धार्थोत्सव में भारत की ज्ञान परंपरा और योग का विज्ञान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्राणी विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा की जड़ें वेदों में निहित हैं। जहां हजारों वर्ष पूर्व हमारे ऋषि-मुनियों ने प्रकृति, चेतना और मानव जीवन के गूढ़ रहस्यों का वैज्ञानिक विवेचन किया। उन्होंने बताया कि वेदों में निहित यह ज्ञान आज से लगभग 10 हजार वर्ष पूर्व अभिव्यक्त हुआ था, किंतु आधुनिक विज्ञान अब जाकर उन सत्यों को पुनः खोजने और प्रमाणित करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि आज जिस यूनीफाइड फील्ड थियरी (एकीकृत क्...