मुजफ्फरपुर, जुलाई 14 -- मुजफ्फरपुर। जिनकी जांच रिपोर्ट पर मरीजों का इलाज आसान होता है, उनकी जिंदगी कठिनाइयों से घिरी है। जिले के 500 लैब टेक्नीशियन कम कमीशन पर परिवार का पेट पालने की जद्दोजहद कर रहे हैं। न वेतन मिलता है और न इंश्योरेंस सुविधा। कार्यस्थल पर सुविधाओं का अभाव है। जांच रिपोर्ट पर इन्हें हस्ताक्षर करने का अधिकार नहीं है, जिसके कारण ये खुद की लैब नहीं खोल सकते। इनकी पीड़ा है कि अहम जिम्मेवारी निभाने के बाद भी डॉक्टरों से अपेक्षित सम्मान नहीं मिलता। मुफलिसी में जी रहे लैब टेक्नीशियनों को कंपनी और सरकार से अपेक्षा है कि इनके हित में बेहतर कदम उठाया जाए। जूरन छपरा और जिला परिषद मार्केट में काम कर रहे लैब टेक्नीशियन कई स्तरों पर समस्याओं से जूझ रहे हैं। कार्यस्थल पर कचरे का अंबार है, जिसके कारण ब्लड सैंपल में संक्रमण लगने का डर रहत...