बागपत, जुलाई 29 -- सिंचाई विभाग में नियमों को रौंदने और भ्रष्टाचार को खुला संरक्षण देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिस वरिष्ठ सहायक अरुण कुमार को वेतन गबन मामले में निलंबित कर वित्तीय कार्यों से दूर रखने का स्पष्ट आदेश जारी हुआ था, उसे ही नियमों को ताक पर रखकर कैशियर और वेतन लिपिक जैसे संवेदनशील पद सौंप दिए गए। दरअसल, लोअर खंड, पूर्वी यमुना नहर बागपत में तैनात अरुण कुमार पर आरोप है कि उसने मार्च 2012 में सेवानिवृत्त एक सींचपाल का वेतन अप्रैल में आहरित कर अपने खाते में डाल लिया था। जांच में आरोप सही पाए गए और अधीक्षण अभियंता, सिंचाई कार्य मंडल सहारनपुर ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए आदेश दिया था कि अरुण को कोई भी वित्तीय जिम्मेदारी न सौंपी जाए। अधिशासी अभियंता रजनीश कुमार ने उसी अरुण कुमार को वेतन लिपिक व कैशियर का जिम्मा सौ...