मुंगेर, अप्रैल 26 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। स्टांप पेपर बेचने वाले वेंडरों के लाइसेंस का नवीकरण नहीं हो पाया है। इससे 10 दिनों से स्टांप पेपर(नॉन ज्यूडिशियल) का संकट बना हुआ है। हालांकि ई. स्टांप पेपर उपलब्ध है। लेकिन शपथ पत्र, सहमति पत्र, केवाला का नकल निकालने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लाइसेंस नवीकरण नहीं होने से स्टांप वेंडरों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। स्टांप वेंडर सदनंद पाठक ने बताया कि हर साल लाइसेंस नवीकरण होता है। पुराने रजिस्टर को जमा करने के बाद लाइसेंस नवीकरण कर नया रजिस्टर मिलता है, इसके बाद ही स्टांप की बिक्री कर सकते हैं। लाइसेंस नवीकरण नहीं होने से 15 अप्रैल से स्टांप पेपर की बिक्री बंद है। स्टांप पेपर की जरूरत वाले लोगों को परेशानियों के साथ वेंडरों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। रोज करीब 4...
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