बागेश्वर, जून 13 -- गरुड़। कभी पानी के लाले तो कभी मटमैला पानी पीना गरुड़ क्षेत्र के लोगों की नियत सी बन गई है। इन दिनों वृदह पेयजल योजना से नलों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। इस पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है। कहा कि योजना चार साल में ही जवाब दे गई है। करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी उन्हें साफ पीने का पानी नहीं मिल रहा है। गोमती नदी से करोड़ों खर्च करने के बाद गरुड़ बृहद पेयजल योजना बनी। योजना बनने के एक साल तक लोगों को साफ पानी मिलता रहा, लेकिन उसके बाद योजना पूरी तरह लड़खड़ा गई। कभी एक-एक हफ्ते तक लोगों को पानी ही नहीं मिलता है, जब मिलता है तो वह पीने लायक ही नहीं होता।

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