कानपुर, अक्टूबर 31 -- कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी या आंवला नवमी कहते हैं। शुक्रवार को शहर में श्रद्धा व उल्लास के साथ आंवला नवमी मनाई गई। महिलाएं ऐसे स्थानों पर गईं जहां आंवले के वृक्ष थे। वृक्ष की जड़ों को जल से सींचा। इसके तने के चारों ओर सूत (धागा) लपेटा। फिर पूजा की। किसी ने 108 बार को किसी ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार परिक्रमा की। सीएसए कृषि विश्वविद्यालय, नानाराव पार्क, बृजेंद्र स्वरूप पार्क और नगर के दक्षिण क्षेत्र, कालपी रोड में अनेक स्थानों पर आंवले के वृक्षों के नीचे सजधज कर आईं महिलाओं ने फल, फूल, धूपबत्ती, दीप, रोली, चंदन आदि से पूजा की। इसके बाद आरती भी की। यहीं अनेक प्रकार के भोजन भी तैयार किए। मनोकामनाएं पूरी हों इसके लिए धागे भी बांधे। केशव मधुवन वाटिका, केशव नगर में महिलाओं ने आंवला नवमी उत्सव धूमधा...