मथुरा, नवम्बर 30 -- ब्रज वृंदावन देवालय समिति की प्राचीन वंशीवट मंदिर में हुई बैठक में वक्ताओं ने परिक्रमा मार्ग में वाहनों के प्रवेश पर पूर्णतः रोक लगाने की मांग की, ताकि वृंदावन की परिक्रमा देने वाले भक्तों को परेशानी न उठानी पड़े। अध्यक्षता करते हुए संस्था अध्यक्ष आलोक कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि वृंदावन ही यहां के पारंपरिक निवासियों की उपासना है। वृंदावन विगत 500 वर्षों से अनेकों रसिकाचार्यों की साधना स्थली रही है l पंचकोसीय परिक्रमा के अंदर स्थित वृंदावन का परिक्रमा इसीलिए देते हैं, क्योंकि यह स्वयं विग्रह है, जहां युगल सरकार, सखियां, कुंज निकुंज सब एक रूप है। कृष्णचंद्र गोस्वामी (विभास) ने कहा कि वृंदावन स्वयं रास स्थली है l इसलिए वृंदावन को एक धरोहर नगरी का दर्जा दिया जाये। निर्णय लिया गया कि पंचकोसीय वृंदावन के मूल स्वरुप के साथ कोई ...