उन्नाव, जून 14 -- सफीपुर। तहसील स्थित चकबंदी कार्यालय फिर भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में आ गया है। वायरल वीडियो में कार्यालय के एक कर्मचारी को किसान से खुलेआम रुपये लेते हुए देखा जा रहा है। हालांकि, आपका अपना अखबार 'हिन्दुस्तान इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। मामला तहसील क्षेत्र के देवगांव से जुड़ा है, जहां किसानों को खतौनी, खसरा, 2ए की नकल जैसे सरकारी दस्तावेज प्राप्त करने के लिए 100 से 200 रुपये तक की रिश्वत देनी पड़ती है। जबकि, शासन द्वारा ये दस्तावेज निःशुल्क या बेहद मामूली शुल्क पर उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है। किसान रामकुमार ने बताया कि जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया तो उनका आवेदन महीनों तक लटकाया गया। उनका आरोप है कि बिना रिश्वत दिए कोई भी दस्तावेज समय से नहीं मिलता। कर्मचारी यह कहकर दबाव बनाते हैं कि यह सब ऊपर से आदेश ...
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