लखनऊ, नवम्बर 24 -- सड़कों से लेकर पेड़ पौधों पर पानी का छिड़काव वीआईपी इलाकों तक ही सीमित रहा। नतीजतन गोमती नगर और इन्दिरा नगर में तो प्रदूषण का स्तर कम रहा लेकिन बाकी शहर का धुएं और धूल से दम घुटता रहा। शहर का एक्यूआई ऑरेन्ज जोन में पहुंच गया। कई इलाके ऐसे रहे जहां प्रदूषण का उच्चतम स्तर 400 के पार पहुंच गया। सोमवार को शहर में हजरतगंज की ओर बढ़ने के बाद आसमान की धुंध गहरा जा रही थी। जगह-जगह धीमे ट्रैफिक या जाम की स्थिति ने प्रदूषण की समस्या और बढ़ा दी। दिन चढ़ने के साथ पीएम 2.5 का स्तर भी बढ़ने लगा। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार लालबाग और तालकटोरा में तो पीएम 10 के साथ पीएम 2.5 भी ज्यादा रहा। पीएम 10 हवा में अटके हुए धूल के सूक्ष्म कण होते हैं। वहीं, धुएं में मौजूद प्रदूषण के सूक्ष्म कण पीएम 2.5 माने जाते हैं। लाल...