रिषिकेष, मई 25 -- भारतीय योग संघ की ओर से रविवार को योग सेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें योग विशेषज्ञों ने योग की महत्ता के बारे बताया। उन्होंने योग, संवाद और साधना के अद्भुत मिलन का प्रतीक स्थापित किया। परमार्थ निकेतन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि योग केवल आसन नहीं, आत्मा से आत्मा की यात्रा है। यह स्वयं से, समाज से और समग्र विश्व से जुड़ने का भी माध्यम है। उन्होंने कहा कि योग को अपने जीवन में आत्मसात करें और योग के सेतु बनें, ऐसे सेतु जो शांति, करुणा और एकता को जोड़ें। योग सेतु इस बात का प्रतीक है कि योग केवल जोड़ने वाला अभ्यास नहीं, बल्कि एक ऐसा दिव्य प्रवाह है जो जीवन के हर पहलू में सौंदर्य और संतुलन लाता है। यह सेतु हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को वर्तमान और भविष्...