हरिद्वार, नवम्बर 21 -- गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कन्या गुरुकुल परिसर के आचार्य रामदेव सभागार में तीन दिवसीय तुरीय दर्शनिकोत्सव के समापन पर डॉ. साध्वी प्राची ने कहा कि विश्व शांति केवल वेद, ज्ञान एवं दर्शन के माध्यम से ही संभव है। उन्होंने छात्राओं से जीवन में सदैव मानवता का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वैदिक दर्शन में एकत्व और विविधता दोनों स्वाभाविक हैं। साथ ही वैश्विक शांति का आधार सत्य की खोज और कर्तव्य का पालन है। कहा कि समरसता तभी संभव है जब मनुष्य अपनी आत्मा, समाज और प्रकृति-तीनों के प्रति उत्तरदायी बने। डॉ. सोहनपाल सिंह आर्य ने गुरुकुल कांगड़ी की पृष्ठभूमि में निहित उसकी अवधारणा तथा ऐतिहासिक विकास पर प्रकाश डालकर प्रश्न पूछने को दर्शन की मौलिक विधि के रूप में व्याख्यायित किया।

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