देहरादून, मार्च 27 -- दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से गुरुवार शाम को केंद्र सभागार में विश्व रंगमंच दिवस पर नाट्य मंचन और कहानी वाचन की प्रस्तुतियां दी गयी। इसमें मुख्यतः तीन नाटक प्रस्तुत किये गए। जिसमें अभिनय कल्चरल सोसाइटी द्वारा सुरेन्द्र वर्मा का लघु नाटक मरणोपरांत। त्रिशंकु स्याही कलेक्टिव की प्रस्तुति सूरज भैय्या, इप्टा और जन संवाद समिति के लघु नाटक ज्ञान की आंधी का मंचन किया गया। नाटकों की प्रस्तुति से पूर्व उत्तराखंड इप्टा अध्यक्ष डॉ. वीके डोभाल ने कहा कि उत्कृष्ट अभिनय के लिए हर रंगकर्मी को कहीं न कहीं से प्रशिक्षण जरूर लेना चाहिए। विश्व रंगमंच एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है जो कला के महत्व को इंगित करता है। यह दिन रंगमंच कला के सार, सौंदर्य-महत्व, मनोरंजन में रंगमंच कलाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका और जीवन पर रंगमंच के प्रभाव को ...