बागपत, अक्टूबर 10 -- जिले में मानसिक रोगियों की संख्या में पहले ल मुलाबले 30 फीसदी इजाफा हुआ हैं। जिले में इक्का-दुक्का निजी अस्पतालों में ही मनोचिकित्सक मौजूद हैं जबकि सरकारी अस्पतालों में कोई विशेषज्ञ ही नहीं हैं। डेढ़ साल बाद अस्पतालों की ओपीडी में मानसिक रोगियों की संख्या 30 फीसदी बढ़ गई है। प्रतिदिन निजी अस्पताल की ओपीडी में 30-35 मरीज अपना इलाज कराने और मशवरा के लिए पहुँचते हैं। बड़ौत मेडिसिटी में मानसिक रोग विभाग की डॉ. प्रज्ञा के मुताबिक मरीज तनाव, बदमिजाज, भूलने की समस्या, अवसाद, एंग्जायटी आदि दिक्कतों के साथ आ रहे हैं। बेहतर इलाज से इनका निदान जरूरी है। रोगियों में 15 साल से 45 साल आयु वर्ग के लोगों की संख्या अधिक है। खास बात यह है कि जो लोग ज्यादा बीमार हुए हैं और जिन्हें ऑक्सीजन स्पोर्ट की आवश्यकता पड़ी है, वे लोग अधिक अवसाद के शि...