मथुरा, अप्रैल 25 -- मथुरा, गर्मी की शुरुआत से ही लोग मच्छरों से परेशान हैं। इसके बावजूद ऐसे कई इलाके हैं, जहां विभाग ने मच्छरों के खात्मे के लिए दवा का छिड़काव नहीं कि है। उधर वैक्टर जनित रोगों पर काबू करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन स्टाफ की कमी होती जा रही है। विभाग का कहना है कि स्टाफ की कमी के बाद भी मथुरा में बीमारियां कंट्रोल में है। बुखार के साथ सर्दी लगना एवं शरीर में कंपकंपी हो तो समझ लीजिए आपको मलेरिया के लक्षण हो सकते हैं। इस समय क्यूलैक्स मच्छर नींद खराब कर रहे हैं। मथुरा में पहले मलेरिया विभाग के पास 250 का स्टाफ था जोकि घटकर अब करीब 30 रह गया है। विभाग का कहना है कि इसका कारण अन्य विभागों से सहयोग लेकर कार्य किया जा रहा है। मलेरिया विभाग का दावा है कि मच्छरों के लार्वा का सर्वे किया जा रहा है लेकिन डेंगू एवं मलेरिया बीम...