बागपत, अक्टूबर 30 -- लोगों में एक आदत बहुत अच्छी बनती जा रही है कि उन्होंने फिजूलखर्ची कम कर बचत की ओर ध्यान देना शुरू किया है। बचत करने की आदत लोगों को ऐसी पड़ कि अनेकों बचत योजनाओं में पैसा भी इन्वेस्ट कर रहे हैं। इसमे लोगों को बैंकों से कहीं अधिक लाभ डाकघर की योजनाएं दे रही है। इन बचत का एक स्याह पहलू भी है, शॉर्टकट के चक्कर में लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए हैं। लोग ठगी का भी शिकार हुए जिसमे लोगों के खून पसीने से कमाई गई बचत को कम्पनियां/लोग ले भागे। जिस तरह से कोरोनाकाल में लोगों ने बचत की एक आदत डाल ली थी। उन्हें यह सबक मिल गया था कि वे अनावश्यक चीजों के बगैर भी रह सकते हैं और जीवन में जो चीजें जरूरी हैं उसे ही खरीदा जाए। लोगों को बचत करने की आदत तो वैसे भी शुरू से ही है, लेकिन कोरोनाकाल में बचत करने की आदत को लोगों ने अपने जीवन का हि...