बागपत, अक्टूबर 10 -- भारतीय डाक विभाग चिट्ठी पत्री के दौर से निकल बैंकिंग सेक्टर में तब्दील हो चुका है। अब विभाग ने ई-कॉमर्स और डिजिटल सेवाओं में प्रवेश कर लिया है। कोरियर सेवाओं की चुनौतियों के बीच डाक सेवाओं को बचाने की कवायद तेज कर दी है। ओटीपी आधारित डिलेवरी, यूपीआई पेमेंट और डिजिपिन शामिल किया है। रजिस्टर डाक को स्पीड पोस्ट में समाहित करने से लेकर शैक्षिक पुस्तकों के लिए 'ज्ञान पोस्ट जैसी सेवाएं दी हैं। इतना ही नहीं एप के माध्यम से पार्सल बुकिंग की सुविधा प्रदान कर रहा है। बागपत की हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट आदि वस्तुओं के पार्सल आसानी से ठिकाने पर पहुंच रहे हैं। विश्व डाक दिवस पर इस साल की थीम भी स्थानीय सेवा, वैश्विक पहुंच रखी गई है। प्रधान डाकघर छोटे-बड़े व्यापारियों को बड़ा लाभ मिल रहा है। यहां हर रोज बड़े पैमाने पर नेशनल और इंटरनेशनल पा...