लखीसराय, मार्च 20 -- लखीसराय। विश्व गौरैया दिवस प्रतिवर्ष गौरेया की जनसंख्या की भयावह स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। जो कि विलुप्त होने के कगार पर है। पहला विश्व गौरेया दिवस 2010 में आयोजित किया गया था। भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड जिला इकाई के जिला संयोजक सुमीत कुमार डोलिया और उनके सदस्यों द्वारा गुरुवार को जिला समाहरणालय में विश्व गौरेया दिवस मनाया गया। जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि गौरेया बिहार का राजकीय पक्षी है, लेकिन तेजी से विलुप्त हो रही है। गर्मी के मौसम में इस इको-फ्रेंडली पक्षी के लिए जल और भोजन की व्यवस्था करना सभी का दायित्व है। इस अवसर पर डीएम ने सभी पदाधिकारियों को मिट्टी के बर्तन वितरित किए और उन्हें अपने कार्यालय व घर की छत पर रखने का आग्रह किया। डीएम ने कहा कि...