अमरोहा, फरवरी 3 -- जिला अस्पताल में इलाज कराने आ रहे गुटखा, खैनी, जर्दा, पानमसाला समेत दूसरे तंबाकू उत्पादों और एल्कोहल के लती हर चौथे मरीज की जांच में मुंह के कैंसर के लक्षण मिल रहे हैं। ज्यादातर मरीजों में पेट में अल्सर और लिवर कैंसर के लक्षण भी देखे जा रहे हैं। मरीजों की उम्र 20 से 40 के बीच है।जहां-तहां दीवारों पर लगे फ्लेक्स के अलावा टीवी व दूसरे प्रचार माध्यमों से नए-नए तंबाकू उत्पादों के विज्ञापनों का खासकर नई पीढ़ी पर मनोवैज्ञानिक रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। आत्मप्रदर्शन के चक्कर में बच्चे किशोरावस्था में ही गुटखा, खैनी, जर्दा, पान मसाला समेत दूसरे तंबाकू उत्पादों की लत के शिकार हो रहे हैं। बचपन में ही तंबाकू उत्पादों के बेजा इस्तेमाल से युवा होते-होते मुंह के कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बदलते लाइफस्टाइल के बीच भगदौड़ ...