नई दिल्ली, सितम्बर 25 -- भारतीय महिला क्रिकेटरों ने 30 सितंबर से घरेलू मैदान पर शुरू होने वाले महिला विश्व कप से पहले अपने पहले ट्रेनिंग सत्र में फील्डिंग पर ध्यान केंद्रित किया। उसे इस डिपार्टमेंट में काफी सुधार की जरूरत भी है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा दिखाए गए इस सत्र के एक मिनट के वीडियो में दिखता है कि टीम ने वॉर्म-अप की शुरुआत फुटबॉल शैली की पासिंग से की। इसके बाद फिर 'कैचिंग' और 'थ्रोइंग' ड्रिल्स कीं। ट्रेनिंग का ज्यादातर हिस्सा क्षेत्ररक्षण पर ही केंद्रित था जिसमें खिलाड़ी नजदीक से स्टंप्स पर हिट करती, तेजी से 'पिक और थ्रो' करती, और मैच की तरह की पस्थितियों में तेजी से गेंद विकेटकीपर को देते दिखीं। हाल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में भारतीय टीम का क्षेत्ररक्षण काफी खराब था जिसमें उसे 1-2 से हार का सामना कर...